Vichar Ka Ananta

Vichar Ka Ananta

₹ 426 ₹495
Shipping: Free
  • ISBN: 9788126700097
  • Edition/Reprint: 3rd
  • Author(s): Purushottam Agarwal
  • Publisher: Rajkamal Prakashan
  • Product ID: 567854
  • Country of Origin: India
  • Availability: Sold Out

About Product

वर्तमान समय के केन्द्रीय किन्तु अवरुद्ध प्रश्नों के साथ पुरुषोत्तम अग्रवाल के टकराव और आत्ममन्थन की फलश्रुति है - ‘विचार का अनंत’। एकेश्वरवाद को स्वयंसिद्ध और इतिहास का लक्ष्य मानने की सर्वस्वीकृत मान्यता का तर्कसंगत विरोध करते हुए इस पुस्तक में एकेश्वरवादी आस्था-तन्त्र और ज्ञान-मीमांसा की गहरी पड़ताल की गई है। इन निबंधों में सर्जनात्मकता के आत्मसंघर्ष और समाज के साथ उसके संबंध को समझने की अकुलाहट है। ‘विचार का अनंत’ एक ऐसी पुस्तक भी है जिसमें सर्जनात्मकता मात्र की अपनी विशिष्ट ज्ञान-मीमांसा को अत्यंत विचारोत्तेजक ढंग से रेखांकित किया गया है। यह पुस्तक भक्ति-संवेदना को ‘शास्त्रोक्त’ और ‘काव्योक्त’ की पारस्पर संबद्ध किंतु भिन्न कोटियों में देखने का आग्रह करती है। ‘विचार का अनंत’ इस अर्थ में विशिष्ट है कि यह सभ्यताओं, संस्कृतियों, परंपराओं के साथ संवाद करती है और यह भी स्पष्ट करती है कि उन दिनों अत्यंत प्रचलित अस्मिता-विमर्श की नैतिक परिणतियाँ किस हद तक अनर्थकारी हैं या हो सकती हैं। संवेदनशील मनुष्य के मन में सहज रूप से विद्यमान, साझे मानवीय चैतन्य की संभावना को सशक्त स्वर देने के कारण ‘विचार का अनंत’ की उपस्थिति अपनी विशिष्टता के साथ सदैव बनी रहेगी।

Tags: Essay;

Related Books

Hindi Nibandh Madhyamik Star Paperback
Hindi Nibandh Madhyamik Star Paperback
₹ 88 ₹ 125 29.6%
Shipping: ₹ 75
Favourite Essays and Letters Paperback
Favourite Essays and Letters Paperback
₹ 108 ₹ 135 20%
Shipping: ₹ 75
The Art of Writing Essay
The Art of Writing Essay
₹ 258 ₹ 295 12.5%
Shipping: Free

83653+ Books

Wide Range

92+ Books

Added in last 24 Hours

2000+

Daily Visitor

8

Warehouses

Brand Slider

BooksbyBSF
Supply on Demand
Bokaro Students Friend Pvt Ltd
OlyGoldy
Akshat IT Solutions Pvt Ltd