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आइए, इसके बाद हम सभी रविदास भाई संत शिरोमणि गुरु रविदासजी की जन्मदिन माघी पूर्णिमा की रात्रि में दीपावली के रूप में मनाएँ और पवित्र वाणी पर चलकर सामाजिक न्याय और समानता के संकल्प का अनुसरण करें और मानव जीवन के ज्ञान का दीपक जलाकर सदियों से चली आ रही सांप्रदायिकता और नफरत की कालिख को ध्वनिधूपो सकें।
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Religious;
Spirituality;