Media : Mahila, Jati aur Jugad

Media : Mahila, Jati aur Jugad

₹ 229 ₹250
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  • ISBN: 9789386300980
  • Author(s): Sanjay Kumar
  • Publisher: Prabhat Prakashan (General)
  • Product ID: 572296
  • Country of Origin: India
  • Availability: Sold Out
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About Product

लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया आरोपों के घेरे में है। स्तंभ की जड़ में जाति, महिला व जुगाड़नुमा दीमक के लगने से यह भ्रष्टाचार के चंगुल में पूरी तरह से फँस चुका है। पत्रकारिता, मिशन से व्यवसाय और फिर सत्ता की गोद में बैठ गई है। सिद्धांतों को ताक पर रख जनता की भावनाओं से खुलेआम खेलने का काम जारी है। मीडिया पर जाति-पे्रम के साथ-साथ महिला-पे्रमी होने का आरोप लगता रहा है। मीडिया के अंदर महिलाओं के साथ होनेवाला व्यवहार चौंकाता है। भारतीय मीडिया कितना जातिवादी है, इसका खुलासा मीडिया के राष्ट्रीय सर्वे से साफ हो चुका है। 90 प्रतिशत से भी ज्यादा द्विजों के मीडिया पर काबिज होने के सर्वे ने भूचाल ला दिया था। भारतीय जीवन में ‘जुगाड़’ एक ऐसा शब्द है, जिससे हर कोई वाकिफ है। इस शब्द से मीडिया भी अछूता नहीं है। इसका प्रभाव यहाँ भी देखा जाता है। जुगाड़, यानी जानी-पहचान या संबंध जोड़कर मीडिया में घुसपैठ। इससे योग्यता व अभियोग्यता का सवाल खड़ा होता है। जुगाड़ के राजपथ पर योग्यता और अभियोग्यता के पथ्य पीछे छूट जाते हैं।.

Tags: Media; Stories;

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